गूगल का मालिक कौन हैं? | Google ka Malik kaun hai

आप सभी गूगल के बारे में तो जानते ही होंगे कि गूगल क्या है ? और आप इसे रोज दिन में रात में खूब उपयोग भी करते होंगे, लेकिन क्या आप जानते है कि google को किसने बनाया है और google ka malik kaun hai ? अगर नहीं जानते हैं तो आज की इस पोस्ट में हम आपको google ke malik ke बारे में सब कुछ बताएंगे।

Google ka Malik kaun hai

कैसे बना गूगल और इसे बनाने वाला कौन है ?

यह बात 1995 की है जब अमेरिका की एक सबसे बड़ी और प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी जिसका नाम स्टैनफोर्ड था उसमें 2 छात्र साथ में पढ़ाई करते थे जिनके नाम सर्गे ब्रिन और लैरी पेज था, यह दोनों लड़के कंप्यूटर में बहुत रुचि रखते थे, उस समय कंप्यूटर बहुत ही कम लोगो के पास हुआ करता था, और उसे सीखना सभी के वश के बाहर था।

Google ka Malik kaun hai
Google ka Malik kaun hai

साथ में पढ़ते हुए इन दोनों दोस्तो के दिमाग में एक विचार आया कि क्यों न हम दोनों मिलके एक ऐसी कंपनी बनाये जो कि कंप्यूटर से जुड़ी हो, बस उसी दिन से इन दोनों ने अपने प्रोजेक्ट के ब्लू प्रिंट बनाने शुरू कर दिए, और धीरे-धीरे अपनी कंपनी के लिए धन भी जमा करने लगे, और 3 साल की मेहनत के बाद इन दोनों ने अमेरिका में खुद की एक कम्पनी बना ली और उसका नाम इन्होंने गूगल रखा।

लेकिन इन्हें अपनी इस कंपनी को बहुत ऊँचाई तक ले जाना था लेकिन उस समय इनके पास ज्यादा पैसे नहीं बचे थे, इसीलिए इन दोनों ने निर्णय लिया कि यह अपनी कंपनी के शेयर बेच कर उससे मिले धन को कंपनी में लगाएंगे जिससे गूगल को फण्ड भी मिल जाएगा, और उसका खर्चा भी आराम से मैनेज हो जाएगा।

और इन दोनों की यह तरकीब काम कर गई, क्योंकि गूगल एक कंप्यूटर से संबंधित कंपनी थी इसीलिए अमेरिका के अमीर लोगो और व्यापारियों ने इसमें अच्छी खासी रुचि दिखाई, और धीरे धीरे गूगल आसमान की ओर बढ़ने लगा, लेकिन इन दोनों का सफर यही पर खत्म नही हुआ था, क्योंकि यह दोनों दोस्त गूगल को बस अमेरिका तक ही सीमित नही रखना चाहते थे बल्कि इसे पूरी दुनिया में फैलाना चाहते थे, इसीलिए इन लोगो ने 2004 में गूगल को विश्वस्तर पर लॉन्च कर दिया, 

वैश्विक तौर पर गूगल के लॉन्च होते ही गूगल के शेयर लाखो गुना तक बढ़ गए, लेकिन उन पैसों को इन दोनों ने और इनके सभी शेयर होल्डर ने अपने ऊपर खर्च करने के वजाय कंपनी की तरक्की पर लगाया, जिससे गूगल ने खुद के लिए नए और टेलेंटेड एम्प्लाइज रखे, और बहुत सारे कंप्यूटर सिस्टम खरीद कर गूगल को हाई टेक एडवांस कंपनी में तब्दील कर दिया।

इसके बाद गूगल को पूरी दुनिया में बहुत पसंद किया गया, और यह टॉप 3 सर्च इंजन में से 1 हो गया था।

लेकिन गूगल यही पर नही रुका उसने धीरे-धीरे टेक्नोलॉजी और इंटरनेट से जुड़ी सभी कंपनी याहू, यूट्यूब, जीमेल सभी को खरीदना शुरू कर दिया, और फिर 2015 तक गूगल टॉप 3 में से पहले नम्बर पर आ गया, और अभी तक गूगल अपनी इसी पोजीसन पर विराजमान है।

तो अब आप समझ ही गये होंगे कि google ka malik kaun hai, या फिर किसने गूगल की स्थापना की थी, आमतौर पर कंपनी का मालिक वो ही होता है जिसने कंपनी की स्थापना की हो लेकिन गूगल में ऐसा नही है, क्योंकि गूगल को आसमान की ऊँचाई पर ले जाने के लिए गूगल के शेयर को बेचा गया था, इस हिसाब से गूगल का कोई भी मालिक नही है क्योंकि इसमें सभी शेयर होल्डर है।

लेकिन अमेरिका के एक कानून की वजह से गूगल का मालिक लैरी पेज और सर्गे ब्रिन को ही माना जाता है क्योंकि इनके पास गूगल के सबसे ज्यादा शेयर है, और अमेरिकन लॉ के हिसाब से कंपनी का मालिक वो ही होगा जिसके पास कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर होंगे।

क्या होते है शेयर ?

शेयर को हम इस तरह से समझ सकते है, जैसे कि आपके पास 1 रुपया है और उस 1 रुपये को छोटे से छोटे हिस्से में बाँटना है 100 लोगो मे, तो आप उस रुपये के 100 हिस्से करेंगे यानी कि सभी लोगो को 1 – 1 पैसा मिलेगा।

इसी तरह से शेयर होते है, कंपनी का मालिक अपनी पूरी कंपनी के शेयर बनाता है, और सभी शेयर का दाम फिक्स कर देता है, फिर लोग जो कि उस कंपनी के शेयर में रुचि रखते है, उतने रुपये देकर उन शेयर को खरीद लेते है, जिससे कंपनी के मालिक के पास बहुत सारे पैसे आ जाते है, और इन पैसों को वो अपनी उस कंपनी की ग्रोथ में लगा देते है।

हम गूगल की मदद से क्या-क्या कर सकते है ?

आज की पूरी दुनिया इंटरनेट पर निर्भर है और इंटरनेट का सर्च इंजिन गूगल पर निर्भर है, गूगल 60 परसेंट से ज्यादा यूज़ किया जाता है, बस कुछ ही ऐसे देश है जिनमें गूगल बैन है जैसे कि साउथ कोरिया और चीन।

गूगल आज की लाइफ का एक अहम हिस्सा बन चुका है और वो सब सम्भव हो पाया है लोगो के प्यार से जो उन्होंने गूगल को दिया है।

आज की इस दुनिया मे ज्यादातर काम ऑनलाइन हो गए है जो कि गूगल की मदद से ही सम्भव हो पाते है।

गूगल से हम कोई भी नई मूवी, सांग यह सब डाऊनलोड कर सकते है और अपने मोबाइल में ही उसका आनंद ले सकते है।

गूगल की सहायता से ही हमारा मोबाइल इंटरनेट से कनेक्ट है क्योंकि जीमेल जो कि गूगल का ही एक हिस्सा है उसी की वजह से मोबाइल स्टार्ट होता है, बिना जीमेल के कोई भी एंड्रॉयड मोबाइल स्टार्ट नहीं हो सकता है।

गूगल आज हर किसी की पहुँच की अंदर है, क्योंकि गूगल पर सभी तरह की जानकारी मौजूद है।

कैसे काम करता है गूगल ?

अभी तक आपने जाना कि  google ka malik kaun hai और गूगल से हम क्या कर सकते है, लेकिन कभी आपने सोचा है कि गूगल इतना सब कैसे कर लेता है ? तो इसका जवाब हम आपको देंगे।

गूगल एक बहुत बड़ी कंपनी है जिसने लोगो की सहायता के लिए सभी बड़े देशो के राज्यो में अलग-अलग अपनी ब्रांच खोल कर रखी है, जिससे इसका पूरा डेटा संभालने में आसानी हो,

गूगल की हर एक ब्रांच में बहुत सारे बड़े-बड़े कंप्यूटर और उनकी मेमोरी रखी होती है, जो कि आपस मे एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है, उनमे ही गूगल अपना पूरा डेटा स्टोर करता है, जिससे अगर हम कुछ भी सर्च करते है तो कुछ ही सेकण्ड्स में उसका उत्तर हमें प्राप्त हो जाता है।

Google कैसे कमाता है पैसे ?

आपने अभी तक गूगल के बारे में सब कुछ जाना और अब हम आपको यह बतायेगे की गूगल की कमाई कैसे होती है और यह अपने कर्मचारियों को सैलरी कैसे देता है ? यह सब संभव होता है बड़ी-बड़ी कंपनियों की मदद से।

क्योंकि अगर कोई बड़ी कंपनी ने अपना कोई नया प्रोडक्ट मार्केट मे लांच किया और उसे अपने इस प्रोडक्ट को एक ही बार मे बहुत सारे लोगो तक कम खर्च में पहुँचाना है तो वो अपने उस प्रोडक्ट का विज्ञापन गूगल को देता है, और गूगल को उस विज्ञापन को सभी यूजर तक पहुँचाने के पैसे मिलते है.

गूगल के पास 1 दिन का अरबो की संख्या में ट्रैफिक आता है और वह एक दिन में करोड़ो ऐसे विज्ञापन लोगो तक पहुँचाता है जिससे गूगल की कमाई होती है।

नोटइस समय गूगल के ceo भारत के सुंदर पिचाई है, जो कि वर्तमान समय मे गूगल का कार्यभार संभाल रहे है।

निष्कर्ष

आज आपने इस पोस्ट में जाना कि  google ka malik kaun hai और गूगल के बारे में सभी महत्वपूर्ण तथ्य जाने, जो कि आपको किसी भी दूसरी साइट पर जानने को नहीं मिलेंगे, तो आपको हमारा आज का यह आर्टिकल कैसा लगा अपने कॉमेंट करके जरूर बताइयेगा।

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