Cid ka full form in hindi | सी.आई.डी. क्या है

भारत में जितने भी अपराध हो रहे हैं उन सभी अपराधों के बारे में इन्वेस्टिगेशन करने के लिए सरकार द्वारा कई अलग-अलग टीमें तैयार की गई है जिसमें एक CID टीम भी शामिल है CID टीम के माध्यम से खुफिया रूप से अपराध की छानबीन की जाती है आज का यह आर्टिकल जिसमें हम CID ka Full Form In Hindi, CID ka Full Form Kya Hoti Hai के बारे में बात करने वाले हैं।

Cid ka full form

1. CID ka full form in hindi :-  अपराध जाँच विभाग होता है।

2. CID full form in english :- crime investigation Department,

CID को क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट भी कहते है। CID का मुख्य काम यह होता है,कि वह किसी भी प्रकार के मामले की तहकीकात अपराध जाँच विभाग द्वारा किया जाता है। CID ऑफिसर ख़ुफ़िया तरीके से अपराधी के खिलाफ जाँच पड़ताल करते है ताकि अपराधी को किसी चीज का पता ना चले। CID ऑफिसर बहुत ही गंभीर तरीके से किसी भी मामले की  जाँच पड़ताल करते है।

Cid ka full form in hindi
Cid ka full form in hindi

और सारे सबूत इकट्ठा करने के बाद ही अपराधी को गिरफ्तार करते है,और उसके किये की कड़ी से कड़ी सज़ा देते है। CID अन्य पुलिस की तरह रिश्वत देने पर अपराधी को नहीं छोड़ते है, क्योंकि यह हाईकोर्ट के राज्य सरकार के अधीन काम करते है। इसलिए उनके लिए बनाये गये क़ानून के नियम जो भी होते उनको पूरी तरह से निभाते है और अपराधी को सजा देते है।

सी.आई.डी. क्या है (What IS CID In hindi)

CID का मुख्य कार्य यह होता है कि वह देश -विदेशो मे हो रही चोरियां , हत्या, बलात्कार, शोषण, भ्रष्टाचार आदि का पता लागने और तह तक जाने के लिए cid  ख़ुफ़िया विभाग की तरह कार्य करती है।  दंगे, अपहरण जैसे मामलों की जाँच करने के लिए CID विभाग का काम होता है। CID को जो भी मामले की जाँच -पड़ताल करने के लिए हाईकोर्ट राज्य सरकार द्वारा उन मामालो की जिम्मेदारियां दी जाती है। CID ऑफिसर की कोई वर्दी नहीं होती है, इसलिए मुजरिम जल्दी CID की पकड़ मे आ जाते है।

क्योंकि कई जगह अपहरण के मामले नज़र आते है, जिसमे CID उस केस के तह तक पहुंचने की कोशिश मे लगी रहती है और वह बिना वर्दी की रहती है।क्योंकि CID की कोई वर्दी नहीं होती है और कही भी छुपकर आपरिधियों पर नज़र रख रही होती है। तथा मौका मिलते ही अपराधियो को पकड़ लेती है। क्योंकि CID विभाग वाले के बिना वर्दी मे रहने का एक फायदा जरूर होता है कि आपराधी को जरा सी भी भनक नहीं लगती कि हम पर कोई नज़र रख रहा होता है।

CID कि शुरुआत कब हुई

CID की स्थापना सन 1902 मे ब्रिटिश शासन द्वारा किया गया था। भारत के सभी राज्यों मे अपने -अपने विभाग की जाँच पड़ताल राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। इसके अलावा अन्य मामलों की तहकीकात करने के लिए राज्य सरकार  हाईकोर्ट द्वारा आदेश दिया जाता है कि किसी अपराधी, हत्या के मामलों की जाँच -पड़ताल करने के लिए CID ऑफिसर को आदेश दिया जाता है।

हमारे देश मे आय दिन हत्या, चोरी,लूट और बलात्कार आदि जैसे मामले समाने आते है ऐसे मामलों की जाँच पड़ताल करने के लिए CID और पुलिस की मदद ले कर पुरे मामले को सुलझाया जा सकता है।

CID अधिकारी बनने के लिए जरूरी योग्यता

भारत में CID अधिकारी बनने का सपना कई लोगों का होता है। CID अधिकारी बनने से पहले विद्यार्थी के पास नीचे दी गई निम्नलिखित योग्यताएं होनी जरूरी है।

1. यदि उम्मीदवार CID विभाग में कांस्टेबल पद पर नौकरी हासिल करना चाहता है, तो CID की भर्ती में विद्यार्थी को आवेदन लगाना होगा और विद्यार्थी के पास दसवीं और बारहवीं कक्षा का उतीर्ण सर्टिफिकेट होना जरूरी है।

2. यदि कोई उम्मीदवार CID विभाग में सब इंस्पेक्टर पद पर नौकरी हासिल करना चाहता है। तो उस विद्यार्थी के पास न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के रूप में किसी भी विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त स्नातक की डिग्री होना जरूरी है।

3. इस विभाग में नौकरी हासिल करने से पहले विद्यार्थी के लिए सबसे महत्वपूर्ण योग्यता यह होती है, कि वह भारत का स्थाई नागरिक होना जरूरी है।

4. इस विभाग में नौकरी हासिल करने के लिए भारतीय सिविल सेवा विभाग जारी भर्ती का सर्टिफिकेट लेना जरूरी है।

5. जो विद्यार्थी इस पद पर नौकरी हासिल करना चाहता है उस विद्यार्थी के लिए एक और महत्वपूर्ण योग्यताता निर्धारित की गई है वह है कि विद्यार्थी अविवाहित होना जरूरी है।

CID ऑफिसर कैसे बने?

CID ऑफिसर बनने के लिए डायरेक्ट कोई भी भर्ती का आयोजन नहीं होता है। CID ऑफिसर बनने के लिए सबसे पहले आपको पुलिस विभाग में नौकरी हासिल करनी होगी जब आप पुलिस विभाग में उत्तम कार्य करते हैं। तो आपके कार्य की रिपोर्ट के आधार पर आपको सीआईडी विभाग में पदोन्नत किया जाता है।

CID ऑफिसर की सैलरी

हर प्रकार के सरकारी कर्मचारी की सैलरी के अलावा कई प्रकार के अन्य भत्ते भी उपलब्ध करवाए जाते हैं हर सरकारी जॉब करने वाले व्यक्ति को बेसिक सैलरी के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के बच्चे भी उपलब्ध करवाए जाते हैं CID ऑफिसर सैलरी की बात करें तो CID ऑफिसर पद पर कार्यरत व्यक्ति की बेसिक सैलरी ₹70000 से ₹150000 तक होती है इसके अलावा अन्य कई प्रकार के सरकारी भत्ते भी उपलब्ध करवाए जाते हैं।

निष्कर्ष :-

आज हमने सीखा Cid ka full form क्या है के बरें मे, हमारे देश मे दिन -प्रतिदिन शोषण, चोरी हत्या आदि जैसे मामले बढ़ते जा रहे है और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। इन सब अपराधों को कम करने के लिए CID ऑफिसर की काफ़ी जरूरत है। कुछ परिवारों मे मार पिट झगड़ा और हत्या तक हो जाती है और पुलिस कुछ नहीं करती है। ऐसे मे हमें CID विभाग वालो की मदद लेनी चाहिए ताकि सारे मामले की जाँच पड़ताल अच्छे से करे और उस मामले मे जिसने भी अपराध किया उसको दंड दिया जाये।

 

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